वैश्विक स्तर पर कई दिवस मनाए जाते हैं, जिनका उद्देश्य अपनी विषय वस्तु के प्रति दुनिया के लोगों का ध्यान आकर्षित करना होता है। विश्व हिंदी दिवस भी उन्हीं दिवसों में से एक है, जो कि वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस को मनाया जाता है। विदेशों में भारतीय दूतावास इस दिवस को खास तौर पर मनाते हैं। हिंदी भाषा भारत देश की एक अहम भाषा है, लेकिन ये भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये विदेशों में भी अपनी पकड़ बना रही है। लगभग 130 देशों में हिंदी भाषा का विस्तार हो चुका है।
हिंदी केवल भारत की ही राजभाषा नहीं है। भारत के साथ-साथ ये फ़िजी देश की भी राजभाषा है। त्रिनिदाद, मॉरिशस, सूरीनाम और गुयाना में हिंदी की क्षेत्रीय भाषा के रूप में अहम भूमिका है। साथ ही साथ न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यू.एस.ए, जर्मनी,कनाडा, यू.ए.ई., सिंगापुर आदि देशों में भी हिंदी बोलने वालों की बड़ी संख्या मौजूद हैं। हिंदी भाषा विश्व में उन भाषाओं में से एक है, जो सर्वाधिक बोली जाती है। विश्व हिंदी दिवस पर वैश्विक स्तर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल होते है। इस दिवस पर हिंदी का विश्व भर में प्रचार–प्रसार किया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
विश्व हिंदी दिवस के इतिहास की बात करें, तो इसकी शुरुआत विश्व हिंदी सम्मेलनों से हुई थी। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन नागपुर, भारत में 1975 में 10 जनवरी को किया गया था, और इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। यहीं से विश्व हिंदी दिवस को मनाने की नींव पड़ी थी। 1975 के बाद से विश्व हिंदी सम्मेलनों का आयोजन भारत , टोबैगो, यू.एस.ए., यू.के., त्रिनिदाद और मॉरिशस जैसे विभिन्न देशों में किया गया।
बात करें विश्व हिंदी दिवस की तो इसको मनाने की शुरुआत 10 जनवरी 2006 से की गई थी। भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने वर्ष 2006 में विश्व हिंदी दिवस को मनाने का ऐलान किया था। तभी से हर साल विश्व हिंदी दिवस को 10 जनवरी के दिन मनाने की परंपरा चली आ रही है।
पहला विश्व हिन्दी दिवस नॉर्वे देश में भारत के दूतावास ने मनाया था। बाद में दूसरा व तीसरा विश्व हिन्दी दिवस भारतीय- नॉर्वेजीय सूचना तथा सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक श्री सुरेशचन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता के अंतर्गत बड़ी धूमधाम से मनाया गया था।
साल 1918 में महात्मा गांधी जी ने भी हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी भाषा को भारत की राष्ट्रभाषा बनाने पर बल दिया था। गांधी जी के अनुसार हिंदी जनमानस की भाषा है।
विश्व हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?
प्रत्येक वर्ष विश्व हिंदी दिवस को मनाने के पीछे का मुख्य कारण विश्व स्तर पर हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करना है। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा को एक अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में स्थापित करना है। इसको मनाने के विभिन्न कारणों को निम्न बिंदुओं द्वारा समझा जा सकता है:-
- लोगों को हिंदी भाषा से परिचित कराना और हिंदी भाषा के इतिहास और महत्व से अवगत कराना।
- विभिन्न देशों और वहाँ के निवासियों में हिंदी भाषा के प्रति रुचि का विकास करना।
- हिंदी भाषा को दुनिया के सुदूर क्षेत्रों तक पहुँचाना, ताकि वहाँ के लोग भी इस भाषा के बारे में जान सकें।
- आधुनिक समय में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते प्रचलन के बीच हिंदी भाषा के अस्तित्व को बनाए रखना और खोते हुए गौरव को पुनः प्राप्त करना।
- हिंदी भाषा के माध्यम से विश्व को भारतीय संस्कृति और इतिहास से परिचित कराना।
- वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को विश्व हिंदी दिवस के जरिए मजबूती प्रदान करना।
विश्व में हिंदी भाषा की स्थिति
विश्व में हिंदी भाषा की एक मजबूत स्थिति है। विश्व में तकरीबन 70 करोड़ की जनसंख्या हिंदी भाषा बोलती है। इतनी अधिक मात्रा में बोले जाने के कारण ये विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोले जानी वाला भाषा है। पहले नम्बर पर अंग्रेजी भाषा, दूसरे स्थान पर चीनी मेन्डरिन भाषा, चौथे पर स्पेनिश और पाँचवे स्थान पर अरबी भाषा है।
- दुनिया में 25 या उससे अधिक पत्र-पत्रिकायें हिंदी भाषा में नियमित (लगभग) रूप से प्रकाशित होती हैं।
- दुनिया के लगभग 130 विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा का अध्ययन किया जा रहा है।
- पकिस्तान, नेपाल, त्रिनिदाद और अमेरिका जैसे कई देशों में हिंदी भाषा का भी काफ़ी संख्या में प्रयोग किया जाता है।
- विश्व आर्थिक मंच की रिपोर्ट के अनुसार विश्व की दस सबसे शक्तिशाली भाषाओं में से एक हिंदी भी है।
- विभिन्न मोबाइल ऐप्लिकेशन में भी प्रयोग के लिए हिंदी भाषा को शामिल किया गया है। जैसे: गूगल, ऐमेज़ॉन आदि।
- विश्व में हिंदी भाषा की स्वीकार्यता और पहचान के बढ़ने का अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं कि हर वर्ष ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी हिंदी भाषा के प्रमुख शब्दों को भी शामिल करती है।
भारत में हिंदी भाषा की स्थिति
हिंदी भारत देश की राजभाषा है। भारतीय भाषायी विविधताओं के कारण हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा नहीं मिल पाया है। हिंदी भारत की सबसे प्रमुख भाषाओं में से एक है। इसका प्रमाण ये है कि देश की आधी आबादी हिंदी भाषा का प्रयोग करती है।
- भारत देश में 77 प्रतिशत लोग हिंदी पढ़ते, लिखते, बोलते और समझते हैं। हिंदी भाषा उनकी कामकाजी भाषा है ।
- भारतीय संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता मिली हुई है जिनमें से एक हिंदी भाषा भी है।
- भारत में क्षेत्रीय विविधताओं के कारण हिंदी भाषा की कई बोलियाँ भी हैं। लेकिन कामकाजी भाषा के लिए मानक हिंदी का ही प्रयोग किया जाता है।
- कई संस्थाएं हिंदी के विकास व विस्तार के लिये कार्यरत हैं।
केंद्रीय हिंदी निदेशालय
केंद्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना 1 मार्च 1960 को की गई थी। ये शिक्षा मंत्रालय के अधीन है। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा का विकास एवं विस्तार करना है। वर्तमान में इसके निदेशक प्रो. नागेश्वर राव हैं। इस निदेशालय के द्वारा समय-समय पर हिंदी भाषा के विस्तार के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।
निष्कर्ष
हिंदी भाषा विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है। इस भाषा की अपनी ही खास विशेषताएं एवं इतिहास है। हिंदी भाषा को दुनिया के लोगों तक पहुँचाने के लिए विश्व हिंदी दिवस एक अच्छा अवसर होता है। हर भाषा से उसकी संस्कृती जुड़ी हुई होती है अतः सभी भाषाएं सम्माननीय है।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
विश्व हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है।
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