पेरियार नेशनल पार्क कहाँ पर स्थित है | Periyar National Park Kaha Hai
भारत में प्रकृति एवं वन्यजीव संरक्षण के लिए कई राष्ट्रीय उद्यान स्थित है, इनमें से एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान पेरियार नेशनल पार्क भी है। यह राष्ट्रीय उद्यान भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है। पेरियार राष्ट्रीय उद्यान केरल के इडुक्की तथा पठानमथिट्टा जिलों में स्थित है। इसका संरक्षित क्षेत्र 925 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमें लगभग 305 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र कोर जोन के अंतर्गत आता है। कोर जोन की स्थापना 1982 में की गयी थी।
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी ?
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना जानने के लिए, इसके इतिहास को जानना होगा। 12वीं शताब्दी के समय तक यह क्षेत्र पेरियार घाटी के रूप में पांड्य के शासन के अंतर्गत था। 18 वीं तथा 19 वीं शताब्दी के समय में यह वनीय क्षेत्र त्रावणकोर राजाओं के लिए शिकार क्षेत्र के रूप में था। वर्ष 1899 में इस क्षेत्र की चाय-बागनों के अतिक्रमण से रक्षा करने के लिए पेरियार लेक रिजर्व के रूप में इस शिकार क्षेत्र को घोषित कर दिया गया।
वर्ष 1934 में त्रावणकोर के महाराजा द्वारा आधिकारिक कार्रवाई के रूप में पेरियार झील के आस-पास के वनीय क्षेत्र को एक निजी रिजर्व क्षेत्र के रूप में घोषित किया गया, ताकि केरल में वन्यजीवों तथा जैव विविधता का संरक्षण किया जा सके। इस रिजर्व क्षेत्र को नेल्लीक्कमपट्टी रिजर्व कहा गया।
स्वतंत्रता के बाद जब भारत का राजनीतिक एकीकरण हुआ, उसके बाद 1950 में इस क्षेत्र में कुछ और क्षेत्रों को जोड़ा गया और सम्मिलित रूप से इसको वन्यजीव अभ्यारण का रूप दिया गया। इस प्रकार कह सकते हैं, कि वर्ष 1950 में पेरियार राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना हुई थी।
वर्ष 1973 में आये प्रोजेक्ट टाइगर को विस्तार देते हुए वर्ष 1978 में पेरियार राष्ट्रीय उद्यान के एक भाग को टाइगर रिज़र्व के रूप में आरक्षित किया गया था। इसी प्रकार इस अभ्यारण को प्रोजेक्ट एलिफेंट के अंतर्गत भी लाया गया, जो कि 1992 में आया था।
1985 में पेरियार नदी पर मुल्लापेरियार नामक बांध का निर्माण किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप एक कृत्रिम झील निर्मित हुई, जिससे आस-पास के परिदृश्य में बदलाव आया।
वर्ष 1996 में, अभ्यारण में इंडिया ईको डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की भी शुरुआत की गयी थी। इस अभ्यारण को वर्ष 2001 में दो भागों, पूर्व व पश्चिम में विभक्त किया गया।
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान की भौगोलिक अवस्थिति
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान पहाड़ी क्षेत्र में अवस्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान पूर्व तथा उत्तर दिशा में पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिनकी औसतन ऊँचाई 1700 मीटर है। इसका पश्चिमी छोर पठारी है, जिसकी औसतन ऊँचाई 1200 मीटर है। इस पठार से पंबा नदी गिरती है। उद्यान की स्थलाकृति उबड़-खाबड़ व पहाड़ी है, जो कि वनों से आच्छादित है।
उद्यान में कई पहाड़ी चोटियाँ है, जिनमें पचयारमाला, सुंदरमाला, वेल्लीमाला, करीमाला, चोक्कमपेट्टीमाला प्रमुख है। पेरियार तथा पंबा यहाँ की प्रमुख नदियाँ है। इस उद्यान की सबसे ऊँची चोटी कोट्टामाला है, जिसकी ऊँचाई 2,019 मीटर है।
उद्यान में झीलें भी स्थित है, जो यहाँ के वन्यजीवों के लिए जल का एक प्रमुख स्त्रोत है।
पेरियार नेशनल पार्क क्यों प्रसिद्ध है | Periyar National Park kyu famous hai
Periyar National Park मुख्यतः हाथियों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा इसकी प्रसिद्धि का कारण यहाँ का सौंदर्य, यहाँ के वन्यजीव तथा यहाँ की झीलें है, जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से यहाँ पर्यटक आते है।
पेरियार नेशनल पार्क में कौन-कौन से जानवर है?
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान उद्यान में जैव विविधता मौजूद है। यहाँ के वन्यजीव, यहाँ का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ के प्रमुख वन्यजीव निम्नलिखित है:-
स्तनधारी
इस उद्यान में करीब 45 स्तनधारियों की प्रजातियाँ दर्ज की गयी है, जिनमें से कुछ लुप्तप्राय प्रजातियाँ भी है। यह उद्यान बाघ और हाथी के रिजर्व के रूप में है, अतः यहां के प्रमुख जानवरों में एशियाई हाथी तथा बाघ शामिल है। इनके अलावा उद्यान में भारतीय विशाल गिलहरी, सांभर, जंगली बिल्ली, उड़ने वाली गिलहरी, नीलगिरि लँगूर, नीलगिरि मार्टन तथा जंगली सूअर जैसे प्रमुख जानवर भी है।
सरीसृप
यहाँ 30 साँप, 2 कछुए तथा 13 छिपकली की प्रजातियों समेत 45 सरीसृप प्रजातियाँ है। सांपों में किंग कोबरा, धारीदर मूँगा साँप आदि प्रमुख है।
पक्षी
यहाँ पक्षियों की कई प्रजातियाँ पायी जाती है, जिनमें कुछ प्रवासी पक्षी भी शामिल है। इनमें नीले पंख वाला तोता, काली गर्दन वाला सारस, सनबर्ड, मालाबार ग्रे होर्नबिल आदि प्रमुख है।
पेरियार नेशनल पार्क में वनस्पति
यह उद्यान नम पर्णपाती वन, सदाबहार वन तथा हरे घास के मैदानों से घिरा हुआ है। उद्यान में विभिन्न प्रजातियों के फूल तथा पेड़-पौधे मौजूद है। यहाँ पाए जाने वाले कुछ प्रमुख पेड़ इस प्रकार है:- शीशम, चंदन, सागौन, जामुन, इमली, आम, बरगद व बांस आदि प्रमुख है।
पेरियार नेशनल पार्क जाने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?
मार्च से मई महीने तक यहाँ गर्मी का मौसम रहता है, जिसकी वजह से शुष्क जलवायु रहती है। ऐसे में यहाँ कम ही लोग जाना पसंद करते है। जुलाई से अगस्त का समय मानसून का होता है। इस समय को यहाँ आने के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। अक्टूबर से मार्च का समय सर्दी का रहता है। इस समय को यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस समय मौसम सामान्य तथा ठंडक भरा रहता है।
Periyar National Park Ticket Booking
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुँचे ?
वायु मार्ग
मदुरै हवाई अड्डा तथा कोच्चि हवाई अड्डा, इसके निकटतम हवाई अड्डे है। यहाँ के लिए देश के विभिन्न एयरपोर्टों से फ्लाइट मिल जाती है। हवाई अड्डे से बस या टैक्सी की सहायता से पेरियार राष्ट्रीय उद्यान पहुंचा जा सकता है।
रेलमार्ग
कोट्टायम रेलवे स्टेशन, इसका सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जो थेक्कडी से करीब 115 किलोमीटर की दूरी पर है। रेलवे स्टेशन से पेरियार राष्ट्रीय उद्यान के लिए बस या टैक्सी से आया जा सकता है।
सड़क मार्ग
पेरियार केरल से प्रमुख सड़क मार्गों द्वारा जुड़ा हुआ है। इसके आस-पास के शहरों से यहाँ आने के लिए बस सेवा उपलब्ध है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
केरल।
1950 (कोर जोन – 1982)
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