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मैहर में घूमने की जगह

मैहर में घूमने की जगह | Maihar me Ghumne ki jagah

Posted on January 16, 2023
Table of contents
  1. मैहर में घूमने की जगह | Maihar me Ghumne ki jagah
    1. माँ शारदा मंदिर | Maa Sharda Mandir
    2. भैरव मंदिर | Bherav Mandir
    3. माँ विंध्यवासिनी मंदिर | Maa Vindhyavasini Mandir
    4. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान | Panna Rastriya Udhyan
    5. मैहर बांध | Maihar Bandh | Maihar Dam
    6. पन्नी जलप्रपात, मैहर | Panni Waterfall
    7. गोलमठ मंदिर | Golmath Mandir
    8. बड़ा अखाड़ा मंदिर | Bada akhada Mandir
    9. मैहर का किला | Maihar ka Kila
    10. ओइला मंदिर मैहर | Oila Mandir Maihar
    11. बाबा तालाब एवं शिव मंदिर | Shiv Mandir Maihar
    12. इच्छापूर्ति मंदिर या केजीएस मंदिर | KGS Mandir Maihar
    13. ललितंबा शक्ति पीठ मैहर | Lalitamba Shakti Peeth Maihar
  2. मैहर कैसे पहुंचे? | Maihar kese phuche

मैहर मध्यप्रदेश में स्थित एक नगर है। यह सतना जिले की एक तहसील है। मैहर सतना जिले से 45 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। मैहर त्रिकुटा ढलान पर स्थापित देवी मां शारदा के मंदिर के लिए जाना जाता है। मैहर का भारतीय पारंपरिक संगीत में एक विशिष्ट स्थान है, जिसकी एक मुख्य वजह मैहर घराना द्वारा हिंदुस्तानी संगीत की शैली की उत्पत्ति है।

भारतीय पारंपरिक संगीत के सर्वश्रेष्ठ कर्ता धर्ता, उस्ताद अलाउद्दीन खान काफी समय तक यहां रहे। वे मैहर महाराजा के महल के दरबारी कलाकार थे। उनके शिष्यों ने बीसवीं शताब्दी में इस शैली को आगे बढ़ाया और उनके प्रसिद्ध समर्थकों में से एक पंडित रविशंकर और निखिल बनर्जी है।

मैहर में घूमने की जगह | Maihar me Ghumne ki jagah

यहां घूमने की कई जगह है, जिनमें से कुछ की जानकारी नीचे दी गई है –

माँ शारदा मंदिर | Maa Sharda Mandir

त्रिकुटा पहाड़ी की चोटी पर स्थित, यह मंदिर हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और देवी शारदा को समर्पित है। यह उन 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, जहां देवी सती के शरीर का अंग गिरा था। मंदिर में भगवान बाला गणपति, भगवान मुरुगा और आदि शंकर के मंदिर स्थापित है। यहां महाअभिषेक के साथ 10 दिवसीय नवरात्रि उत्सव बहुत भक्तिपूर्वक मनाया जाता है, जिसके बाद 4 दिनों के लिए लाक्षार्चन और देवी महात्मिया पारायण होता है।

भैरव मंदिर | Bherav Mandir

मां शारदा मंदिर के पास स्थित यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप भगवान भैरव को समर्पित है।

माँ विंध्यवासिनी मंदिर | Maa Vindhyavasini Mandir

यह मंदिर शहर के मध्य में स्थित है और देवी विंध्यवासिनी को समर्पित है, जो देवी दुर्गा का एक रूप है। यह नवरात्रि उत्सव के दौरान मैहर आने वाले भक्तों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है।

पन्ना राष्ट्रीय उद्यान | Panna Rastriya Udhyan

मैहर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह राष्ट्रीय उद्यान विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का घर है, जिनमें बाघ, तेंदुए, हिरण और पक्षी प्रजातियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। यह प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है और सफारी पर्यटन प्रदान करता है।

मैहर बांध | Maihar Bandh | Maihar Dam

यह बांध पिकनिक और बर्डवॉचिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। यह शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और आसपास के परिदृश्य के सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है।

पन्नी जलप्रपात, मैहर | Panni Waterfall

पन्नी जलप्रपात मैहर का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यह जलप्रपात ऊंची पहाड़ियों से नीचे गिरता है, जो बहुत ही मनोरम दिखता है। यहां बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर प्राचीन गुफाएं भी देखने के लिए मिल जाती है, जिसमें ऋषि मुनि तपस्या किया करते थे।

गोलमठ मंदिर | Golmath Mandir

भगवान शिव को समर्पित, गोलमठ मंदिर कलचुरी काल (10वीं-11वीं शताब्दी ईस्वी) के दौरान बनाया गया था। आगंतुकों की इच्छाओं और प्रार्थनाओं को पूरा करने के लिए जाना जाने वाला यह मंदिर देवीजी रोड पर और बड़ा अखाड़े के सामने स्थित है (मैहर रेलवे स्टेशन से 2 किमी दूर)।

बड़ा अखाड़ा मंदिर | Bada akhada Mandir

यह मंदिर गोलमठ मंदिर के पास देवीजी रोड पर स्थित है। यहां अष्टधातु से बनी भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियां है।

मैहर का किला | Maihar ka Kila

मैहर का किला मैहर नगर का एक ऐतिहासिक किला है। यह किला करीब 300 साल पुराना है। मैहर का किला ब्रिटिश कला का एक विशिष्ट उदाहरण है। इस किले में मूल रूप से दो सौ कमरे है। अद्भुत वास्तु निर्माण, कला के शास्त्रीय काम और फर्नीचर के समृद्ध रचनात्मक टुकड़े के साथ कला का काम इसके धन और वैभव का संकेत देता है।

यह किला महाराजा बृजनाथ सिंह जूदेव और बाबा अलाउद्दीन खान के संगीत युगल के संयुक्त संगीत अभ्यास और प्रदर्शन सत्र का गवाह है। इसकी  पृष्ठभूमि में ‘विष्णुसागर सरोवर’ निर्मित किया गया है।

ओइला मंदिर मैहर | Oila Mandir Maihar

प्रसिद्ध संत और भविष्य के दूरदर्शी स्वामी नील कंठ ने अपनी रामपुर पर्वत तपोभूमि की श्रृंखला में ओइला मंदिर की स्थापना की, जो भगवान राम, लक्ष्मण, सीता, शिव, हनुमानजी, दुर्गा और गणेश की जीवंत मूर्तियों से समृद्ध है, यह मंदिर स्वर्ग के रूप में दिखाई देता है। भगवान विष्णु और लक्ष्मी की बड़ी अष्टधातु की मूर्तियाँ अत्यधिक आकर्षित लगती हैं। स्वामी नीलकंठ, स्वामी ढेला राम और स्वामी भेला जैसे दिवंगत गुरुओं के आशीर्वाद और आध्यात्मिक उपस्थिति के साथ यह आश्रम वर्तमान में स्वामी बाम महाराज द्वारा चलाया जाता है।

बाबा तालाब एवं शिव मंदिर | Shiv Mandir Maihar

यह प्रसिद्ध शिव मंदिर चंदेल काल का है। मैहर सतना रोड़ पर स्थित, यह मंदिर बाबा तालाब के किनारे पर है, जिस वजह से यहां एक दुर्लभ प्राकृतिक दृश्य बनता है। बाबा तालाब एक प्राचीन स्थल हैं। यह गोला मठ जैसा ऐतिहासिक स्मारक है।

इच्छापूर्ति मंदिर या केजीएस मंदिर | KGS Mandir Maihar

यह इच्छापूर्ति मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यह केजीएस सीमेंट संस्था के द्वारा बनाया गया है। यह मंदिर केजीएस सीमेंट फैक्ट्री के कैम्पस में ही बना हुआ है। यह सफेद संगमरमर से बना हुआ है और यहां गार्डन, फव्वारा देखा जा सकता है। रात में मंदिर में सुंदर लाइटिंग की जाती है। यह मंदिर दुर्गा जी को समर्पित है।

ललितंबा शक्ति पीठ मैहर | Lalitamba Shakti Peeth Maihar

ललितंबा पितांबरा शक्ति पीठ मैहर के पास में स्थित मां दुर्गा का मंदिर है। कहा जाता है कि यह एक शक्तिपीठ है।

मैहर कैसे पहुंचे? | Maihar kese phuche

  • हवाईजहाज से – मैहर पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा जबलपुर, खजुराहो और इलाहाबाद है। इन हवाई अड्डों से ट्रेन, बस या टैक्सी द्वारा आसानी से मैहर पहुँच सकते है। जबलपुर से मैहर की दूरी लगभग 150 KM, खजुराहो से मैहर की दूरी लगभग 130 KM, इलाहाबाद से मैहर की दूरी लगभग 200 KM है।
  • ट्रेन से – आमतौर पर मैहर स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है, लेकिन नवरात्रि के दौरान अधिकांश ट्रेनें मैहर में रुकती है। सभी ट्रेनों के ठहराव के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन सतना स्टेशन है। मैहर स्टेशन से सतना स्टेशन की दूरी लगभग 36 किमी, कटनी स्टेशन की दूरी लगभग 55 किमी और जबलपुर स्टेशन की दूरी लगभग 150 कि.मी. है।
  • सड़क द्वारा – मैहर शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम प्रमुख शहरों से मैहर शहर के लिए नियमित बसें आसानी से मिल जाती है। सड़क मार्ग द्वारा यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।

Disclaimer : इस पोस्ट में दी गई समस्त जानकारी हमारी स्वयं की रिसर्च द्वारा एकत्रित की गए है, इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि हो, किसी की भावना को ठेस पहुंचे ऐसा कंटेंट मिला हो, कोई सुझाव हो, Copyright सम्बन्धी कोई कंटेंट या कोई अनैतिक शब्द प्राप्त होते है, तो आप हमें हमारी Gmail Id: (contact@kalpanaye.in) पर संपर्क कर सकते है।

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