कड़कनाथ मुर्गी क्या है
कड़कनाथ मुर्गी, मुर्गी की एक विशेष नस्ल है। इसे काली मासी के नाम से भी जाना है, काली मासी यानि जिसका मांस काला हो। कड़कनाथ मुर्गी की नस्ल, एक भारतीय नस्ल है। उत्पत्ति की दृष्टि से इस नस्ल का संबंध मध्यप्रदेश राज्य से है। इनकी उत्पत्ति मध्यप्रदेश राज्य के झाबुआ और धार से हुई है।
इस नस्ल के मुर्गी/मुर्गे के लक्षणों की बात करें, तो कड़कनाथ मुर्गे का वजन आमतौर पर 1.8 किलोग्राम से 2 किलोग्राम तक होता है, तथा कड़कनाथ मुर्गी का सामान्य वजन 1.2 किलोग्राम से 1.4 किलोग्राम तक होता है। कड़कनाथ मुर्गे/मुर्गी की एक शारीरिक विशेषता ये भी है कि उसकी चोंच, जुबान, पंजे तथा मांस भी काला होता है। इसके मांस में कई ऐसी खूबियाँ होती हैं, जो इसे अन्य नस्लों की तुलना में विशेष बनाती हैं। मुख्यतः ये नस्ल मध्य प्रदेश में ही पाई जाती है, लेकिन वैज्ञानिक सहायता के प्रयोग द्वारा इसका पालन तमिलनाडु व महाराष्ट्र आदि क्षेत्रों में भी किया जा रहा है। कड़कनाथ मुर्गे की मांस की खूबियों के चलते इसकी माँग काफ़ी ज्यादा रहती है।
कड़कनाथ मुर्गी के अंडे व उसके फायदे
कड़क नाथ मुर्गी के अंडे काले और हल्के भूरे रंग के होते हैं। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे की विशेषताओं के कारण अन्य मुर्गियों के अंडों की तुलना में कड़क नाथ मुर्गी के अंडों की बाजार में ज्यादा मांग रहती है। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे में कई सारे फायदे होते हैं। इनमें से कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:-
- यह अंडे काफी ज्यादा पौष्टिक होते हैं।
- इन अंडों में आयरन की काफी ज्यादा मात्रा होती है, तथा वसा बहुत कम होता है
- इन अंडों को खाने से शरीर को कैल्शियम, फास्फोरस तथा विटामिन बी 2, बी 1और बी 6 की प्राप्ति होती है।
कड़कनाथ मुर्गी का पालन कैसे करें?
कड़कनाथ मुर्गी पालना आय का एक अच्छा साधन है। थोड़ी–बहुत लागत लगाकर अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
कड़कनाथ मुर्गी का पालन करना कोई ज्यादा कठिन कार्य नहीं है। किसी अन्य देसी नस्ल की मुर्गी के पालन की तरह ही कड़कनाथ मुर्गी का पालन किया जा सकता है। बात करें अगर खाने-पीने की लागत की, तो वो भी कुछ खास ज्यादा नहीं है। इन्हें खाने में बाजरा, हरा चारा व अन्य अनाजों के दाने दिए जा सकते हैं, उन्हें खाकर भी ये मुर्गी/मुर्गे तेजी से विकसित होते हैं। किसी भी प्रगतिशील किसान तथा अपने जिले या आस–पास के जिलों के कृषि विज्ञान केंद्रों से संपर्क करके चूजे प्राप्त किए जा सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी पालन की शुरुआत छोटे स्तर से की जा सकती है, कम से कम 30 से 35 चूजों के पालन के साथ इसकी शुरुआत की जा सकती है। जैसे-जैसे आप मुनाफा कमाते जाएं, उसके अनुसार आप चूजों की संख्या बढ़ा सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी का पालन दो प्रकार से किया जा सकता है, पहला तरीका यह है कि खुले पोल्ट्री फ़ार्म बनाकर इनका पालन किया जाए, तथा दूसरा तरीका यह है कि बंद पोल्ट्री फ़ार्म बनाकर इनका पालन किया जाए।
कड़कनाथ मुर्गी का पालन करने से पहले कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरुरी होता है, यह बातें निम्नलिखित हैं:-
- कड़कनाथ मुर्गी का पालन करने से पहले आपको उसके पालन के बारे में जानकारी होनी जरूरी है, इसके लिए आप किसी कृषि विज्ञान केंद्र से, या फिर किसी पोल्ट्री फ़ार्म से, इस बारे में ट्रेनिंग ले सकते हैं।
- फ़ार्म को इस प्रकार थोड़ी–सी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि फार्म में किसी भी प्रकार का जल जमाव न हो।
- फ़ार्म में रोशनी तथा कड़क नाथ मुर्गी के चूजों व व्यस्क कड़कनाथ मुर्गी के लिए पर्याप्त पानी की सुविधा होनी चाहिए।
- प्रयास करें कि पोल्ट्री फ़ार्म भीड़-भाड़ वाले इलाके से थोड़ी दूरी पर हो।
- यदि आप अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि केवल स्वस्थ चूजों को ही अपने पोल्ट्री फ़ार्म में रखें।
- पोल्ट्री फ़ार्म में मौजूद सभी चूजों व वयस्कों की नियमित रूप से जांच करें, ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी के संक्रमण का पहले से ही पता लग सके।
कड़कनाथ मुर्गी पालने के फायदे
- अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता:- कड़कनाथ मुर्गे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी होती है, इसका यह फायदा है कि इनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
- अधिक माँग:- बाजार में कड़कनाथ मुर्गे की मांग ज्यादा रहती है,इसका फायदा इसे पालने वाले लोगों को होता है।
- मांस की खासियत:- कड़कनाथ मुर्गे के मांस की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है। इसका सेवन करने से कई प्रकार के रोगों को ठीक करने में सहायता होती है।
कड़कनाथ मुर्गी रेट | Kadaknath Murgi Rate
बाजार में कड़कनाथ मुर्गी या मुर्गों से जुड़े उत्पादों का भाव अन्य देसी नस्ल के भाव की तुलना में ज्यादा होता है। यदि अंडों की बात करें तो कड़कनाथ मुर्गी के अंडे 20 रूपए से 30 रूपए तक के बिकते हैं। कड़कनाथ मुर्गे का रेट 900 रुपए से 1000 रुपए तक होता है। इनके चूजों का रेट भी 70 रूपए से 100 रुपए तक का होता है।
कड़कनाथ मुर्गी पालन से क्या लाभ है?
- कड़कनाथ मुर्गी पालन का एक फायदा ये है कि ये कम लागत में अच्छा–खासा मुनाफा कमाने का एक अच्छा व्यवसाय है। इस व्यवसाय के लिए न तो ज्यादा श्रमिकों की आवश्यकता होती है, और न ही ज्यादा जमीन की आवश्यकता होती है। एक आम आदमी भी इस व्यवसाय को कर सकता है।
- कृषि आदि कार्यों के अलावा यह व्यवसाय अतिरिक्त आय का एक बहुत ही अच्छा स्त्रोत है। ना सिर्फ़ आय, बल्कि पौष्टिक आहार के लिए भी ये एक अच्छा स्त्रोत है।
- मुर्गियों के मल से प्राप्त खाद में यूरिया/ नाईट्रेट की भी अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है। इस खाद का इस्तेमाल फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
- इस व्यवसाय से प्राप्त होने वाले उत्पादों को बचने के लिए किसी विशेष बाजार की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि मुर्गी और मुर्गी से प्राप्त होने वाले उत्पादों की मांग आसपास के लोगों द्वारा भी होती है, इसीलिए आप आसपास के लोगों को भी ये उत्पाद बेच सकते हैं।
- कड़कनाथ मुर्गों व मुर्गियों की बाजार में काफी ज्यादा मांग रहती है, इसीलिए यदि आपको जरूरत पड़े तो आप इनको बेच भी सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
20 से 30 रूपए तक।
सालभर में 60-80 अंडे।
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