झुमका डेम कहाँ स्थित है?
झुमका डेम छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है। कोरिया, छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है, जिसका मुख्यालय बैकुंठपुर है। बैकुंठपुर में ही झुमका डेम स्थित है।
झुमका डेम की जानकारी
Jhumka Dam भारत के प्रमुख बांधों में से एक है। यह बांध झुमका नदी पर बना हुआ है। यह एक विशेष जल परियोजना के साथ-साथ एक आकर्षक पर्यटक स्थल भी है। अक्सर लोग यहाँ अपने परिवार वालों के साथ पिकनिक मनाने के लिए आते है। झुमका बाँध करीब 2718 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बाँध की एक खासियत यह है, कि यह समुद्र जैसा नजारा प्रस्तुत करता है। दूर-दूर तक देखने पर पानी ही पानी दिखाई देता है।
यहाँ वातावरण भी काफ़ी सकारात्मक है। यहाँ के पेड़-पौधे व पत्थरों का समूह मिलकर एक आकर्षक दृश्य उत्पन्न करते हैं, जो पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।
झुमका डेम का इतिहास (Jhumka Dam ka Itihas)
वर्ष 1982 में झुमका डेम का निर्माण हुआ था। उस समय श्री अर्जुन सिंह यहाँ के मुख्यमंत्री थे। अर्जुन सिंह द्वारा ही इस बाँध का शुभारंभ किया गया था।
झुमका डेम का मछलीघर
झुमका बांध का एक प्रमुख आकर्षण यहाँ का एक मछलीघर है। यह मछलीघर एक बहुत बड़ी कृत्रिम मछली के रूप में है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह मछलीघर बाहर से जितना सुंदर है, उससे कहीं ज्यादा यह अंदर से सुंदर है। इस मछलीघर में विभिन्न प्रकार की सुंदर-सुंदर मछलियों को रखा गया है। इन मछलियों का विशेष ध्यान रखा जाता है। विभिन्न लोग मछलियों को देखने के लिए इस मछलीघर में जाते हैं।
मछलीघर की फीस:- यहाँ आने वाले पर्यटकों को मछलीघर के अंदर जाने के लिए कुछ शुल्क देना पड़ता है। इसके लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 20 रुपये शुल्क लिया जाता है। गाड़ी पार्क करने के लिए अलग से 10 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।
झुमका डेम ओपनिंग टाइम (Jhumka Dam Opening Time)
Jhumka Dam घूमने जाने से पहले उसकी ओपनिंग टाइमिंग जान लेना जरूरी है, ताकि उसी के अनुसार अपनी योजना बनायी जा सके। झुमका डेम का ओपनिंग टाइम सुबह 8 बजे का है। यह पर्यटकों के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
झुमका डेम जाने का सही समय
Jhumka Dam साल भर पर्यटकों के घूमने के लिए उपलब्ध रहता है। वैसे तो हर मौसम यहाँ आने के लिए उपयुक्त रहता है, लेकिन बरसात के मौसम को यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। बरसात के समय जब पानी ओवरफ्लो होकर बहता है, तो इससे आकर्षक नजारा देखने को मिलता है।
झुमका डेम बोटिंग, बोटिंग फीस (Jhumka Dam Boating Fee)
झुमका डेम घूमने आने वालों के लिए सबसे प्रमुख चीज बोटिंग होती है। बिना बोटिंग के Jhumka Dam की ट्रिप अधूरी मानी जाती है। झुमका बोट क्लब द्वारा यहाँ बोटिंग की सेवा उपलब्ध करवायी जाती है। बोटिंग के लिए दो प्रकार की बोट उपलब्ध करवायी जाती है – मोटर बोट तथा पैडल वाली बोट।
बोटिंग फीस – बोटिंग के लिए उपलब्ध करवायी जाने वाली बोट के लिए निश्चित शुल्क लिया जाता है। यह शुल्क बोट के प्रकार के अनुसार अलग-अलग है। मोटर बोट के लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 100 रुपये शुल्क लिया जाता है तथा वहीं दूसरी तरफ पैडल वाली बोट के लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 50 रूपये शुल्क लिया जाता है।
झुमका डेम कैसे पहुँचे
झुमका डेम घूमने जाने के लिए तीनों माध्यम विकल्प के रूप में मौजूद है। यानि आप सड़क मार्ग, वायु मार्ग तथा रेल मार्ग की सहायता से झुमका डेम पहुँच सकते है।
वायु मार्ग
रायपुर का स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा झुमका बांध के सबसे निकट का हवाई अड्डा है। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से झुमका बाँध की दूरी करीब 315 किलोमीटर है। एयरपोर्ट से झुमका डेम जाने के लिए बस या टैक्सी का प्रयोग किया जा सकता है। समय बचाने के लिए आप निकटतम रेलवे स्टेशन से बैकुंठपुर के लिए रेल में भी जा सकते है।
रेल मार्ग
रेल मार्ग द्वारा आसानी से झुमका डेम पहुँचा जा सकता है। बैकुंठपुर का रेलवे स्टेशन झुमका बांध का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है। आस-पास के शहरों से बैकुंठपुर के लिए नियमित रूप से रेल मिल जाती है। बैकुंठपुर से Jhumka Dam मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर है। रेलवे स्टेशन से आप झुमका डेम जाने के लिए बस, टैक्सी या रिक्शे का प्रयोग कर सकते है।
सड़क मार्ग
बैकुंठपुर अपने आस-पास के शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नागपुर यहाँ से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा अम्बिकापुर तथा बिलासपुर क्रमशः 75 तथा 195 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आस-पास के शहरों से झुमका डेम जाने के लिए बस तथा टैक्सी सेवा उपलब्ध है।
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झुमका डेम के आस-पास देखने लायक जगहे
कोरिया पैलेस
कोरिया पैलेस एक प्राचीन महल है। यह कोरिया जिले में बैकुंठपुर में ही स्थित है। यह तीन मंजिला महल है, जिसका निर्माण राजा रामानुज प्रताप सिंह देव जी द्वारा करवाया गया था। इस प्राचीन महल का आवश्यकतानुसार ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
श्री जटाशंकर धाम
यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो कोरिया शहर में स्थित है। यह मंदिर एक घाटी में स्थित है, जो कि हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है। इस मंदिर में जाने के लिये करीब 700 से ज्यादा सीढ़ियाँ उतरनी पड़ती है। यह मंदिर शिव जी को समर्पित है। यहाँ एक गुफा है, जिसमें 12 महीने 24 घंटे पानी गिरता रहता है। दर्शन करने के साथ-साथ यहाँ प्राकृतिक सौन्दर्य का भी आनंद लिया जा सकता है।
काली माँ बैगा पारा मंदिर
यह प्रमुख मंदिर कोरिया जिले के चिरमिरी क्षेत्र में स्थित है। यह काली माता को समर्पित मन्दिर है। इस सुंदर मंदिर के परिसर में देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित है। मंदिर में एक सुंदर तालाब भी मौजूद है, जिसमें कई कमल के फूल भी मौजूद है।
पंचवटी पहाड़ शिव मंदिर
यह मंदिर भी कोरिया जिले के चिरमिरी क्षेत्र में मौजूद है। शिव जी को समर्पित यह मंदिर एक ऊँची पहाड़ी पर मौजूद है। यहाँ आकर लोगों को शांति प्राप्त होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ)
छत्तीसगढ़ राज्य
कोरिया जिले
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