घर में गाय रखने के फायदे | Cow Benefits in Hindi

हिंदू धर्म में गाय को एक विशेष और प्रमुख जानवर माना जाता है। हिंदू धर्म में गाय को माँ का दर्जा प्राप्त है। हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अंतर्गत गाय के अंदर 33 कोटि देवताओ का निवास बताया गया है। मॉ दुर्गा की एक स्वरूपा माता सिद्धिदात्री का वाहन भी गाय ही है। इसलिए हिंदू धार्मिक लोग गाय को  गौ माता कह कर पुकारते है। हिंदू धार्मिक ग्रंथो में गायों का उल्लेख गौ माता के रूप मे विशेष रूप से मिलता है। कहा जाता है, महर्षि गुरू वशिष्ठ के पास कपिला, कामधेनु, भौमा, देवी और नंदनी जैसी कई गाये थी। हिंदू धर्म के अनुसार गौ दान महादान माना जाता है। जो भी व्यक्ति अपने जीवनकाल मे गौ दान करता है वह व्यक्ति सीधा वैंकुठ जाता है। घर में गाय रखने के फायदे है।

गाय (गौमाता) की उत्पति | Origin of Cow

Cow (गाय / गौ माता) की उत्पति की कई कहानियाँ हिंदू धार्मिक ग्रंथो में मिलता हैं। एक कथा जो प्रमुख रूप से प्रचलित है वह यह है कि समुद्र मंथन के समय 14 रत्नों के साथ गाय की उत्पति हुई थी। इस गाय का नाम कपिला गाय था और कपिला गाय के दूध से क्षीर सागर बना। एक अन्य कथनानुसार कह जाता है भगवान ब्रह्मा जब अमृत पी रहे थे तो उनके दूसरे मुख से कुछ फेन जैसा निकला और उसी से गाय सुरभि की उत्पति हुई।

गाय की प्रमुख नस्लें | Cow Breed

यूँ तो गायों की कई नस्लें होती है, परंतु भारत देश में प्रमुख रूप से सहिवाल जो हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब, बिहार और दिल्ली में पायी जाती है। एक अन्य प्रजाति की गाय का नाम गीर है जो दक्षिण काठियावाड में मुख्य रूप से मिलती है। थारपारकर भी एक गाय की प्रजाति का नाम है यह मुख्य रूप से राजस्थान राज्य के जोधपुर प्रांत, जैसलमेर प्रांत और कच्छ प्रांत में पाई जाती है। करन फ्राइ भी एक गाय की प्रजाति है, जो पूरे भारत देश में पाई जाती है। विदेशी नस्ल की गायों की प्रजाति में जर्सी गाय की प्रजाति सबसे अधिक लोकप्रिय है। सर्वेक्षण के अनुसार जर्सी गाय अन्य गायों की तुलना में दूध अधिक देती है। शारिरीक संरचना के अनुसार भारत की गाय छोटी होती है, जबकि विदेशी गाय का शरीर  भारत की गायों के अपेक्षाकृत थोड़ा बड़ा एवं भारी होता है।

गाय का भारतीय संस्कृति में धार्मिक महत्व | Cow Benefits and Importance

Cow (गाय) जो एक पशु है इसे भारतीय संस्कृति में एक देवी माता का दर्जा प्राप्त है। इसे हिन्दु संस्कृति में धार्मिक रूप से सुख, आयुध व समृद्धि का प्रतीक माना गया है। हिंदू धार्मिक ग्रंथो में विशेष धार्मिक अनुष्ठानो में गाय दान का महत्व है।

गाय के फायदे | Benefits of Cow

स्वामी दयानन्द सरस्वती के अनुसार एक गाय अपने जीवन से मरण तक लोगो को लाभ/फायदा पहुंचाती हैंं। एक गाय अपने जीवनकाल में लगभग 4,10,440 मनुष्यों हेतु एक समय का भोजन जुटाती है। गाय एकमात्र ऐसा पशु है जिसके शरीर के प्रत्येक अंग के साथ-साथ उसका मल भी फायदेमंद होता है। गाय के फायदे निम्न है।

  • गाय के पीठ की रीढ़ की हड्डी में स्थित सूर्यकेतु स्नायु सूर्य के हानिकारक विकिरण को रोककर वातावरण को स्वच्छ बनाता है।
  • वैज्ञानिको के अनुसार गाय ही एकमात्र ऐसा पशु और प्राणी है जो ऑक्सीजन ग्रहण भी करता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है‍। जबकि मनुष्य समेत सभी प्राणी ऑक्सीजन लेते और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं। और पेड़-पौधे कार्बन डाई ऑक्साइड लेते है ऑक्सीजन छोड़ते है।
  • एक वैज्ञानिक तथ्य यह भी है कि 10 ग्राम गाय के घी से यज्ञ करने पर करीब करीब एक टन ऑक्सीजन बनता है।
  • भारतीय गाय के गोबर से बनी खाद को कृषि के लिए सबसे उपयुक्त खाद माना जाता है।गाय के गोबर मे प्रचुर मात्रा में नाइट्रोजन पाया जाता है जो मिट्टी की उर्वरक शक्ति को बनाए रखते है।

गाय हमें देती है गोबर
गोबर सड़ कर खाद बने
खाद अगर सड़ जाए तो
उसर भी आबाद बने।

  • गाय के गोबर और मूत्र के अलावा दूध से निकला हुआ घी, छाछ, दही और मक्खन ये सभी खाने की चीजे स्वादिष्ट होने के साथ साथ बहुत ही उपयोगी होती है।
  • गाय के दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर द्वारा पंचगव्य का निर्माण किया जाता है। यह कई रोगों में लाभदायक होता है। पंचगव्य  शरीर की रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है रोगों को शरीर से दूर रखता है।
  • हिंदू धार्मिक ग्रंथ गरुढ़ पुराण के अनुसार वैतरणी नदी पार करने के लिए गोदान का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है।
  • हिंदू धर्म  मे श्राद्ध कर्म एक महत्त्वपूर्ण क्रिया है। इस प्रक्रिया मे गाय के दूध की खीर का प्रयोग किया जाता है क्योंकि माना जाता है इसी खीर को खाकर पितरों को ज्यादा से ज्यादा तृप्ति होती है।

गाय बहुत ही पावन पशु है इसलिए इसका महत्व न केवल भारत मे बल्कि चीन जैसे विकसित देश मे भी है। चीन के लोग फेंगशुई का प्रयोग सकरात्मक ऊर्जा के लिए करते है। चीन मे योग्य संतान प्राप्ति के लिए फेंगशुई गाय, मानसिक शांति के लिए फेंगशुई गाय और आर्थिक विकास के लिए सिक्कों के ढेर पर बैठी हुई गाय के प्रतीक को घर अथवा दफ्तर मे कहीं भी प्रयोग करते है।

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