Spiritual

Kalpanaye Blogging Site पर आपको अनेक अध्यात्म (Spiritual) से जुड़ी जानकारियाँ भी देखने को मिलेगी। अध्यात्म से तात्पर्य आत्मा पर परमात्मा कि विजय से है अर्थात जब मनुष्य अपने आप पर काबू कर लेता है तो वह अपने आप से परिचित हो जाता है, उसको समझ आ जाता है कि उसका कितना सामर्थ्य है।
आध्यात्मिक व्यक्ति (Spiritual Personality) स्वयं के बारे में विचार किये बिना जनमानस के कल्याण के बारे में सोचता है और उनके लिए ही कार्यरत हो जाता है। ऐसे व्यक्तियों को दूसरों कि सेवा करके ही आत्मशांति का अनुभव होता है। आध्यात्मिक व्यक्ति समाज में हो रहे अनुचित कार्यों को देखकर दुखी होते है तथा समाज को सुधारने सम्बंधित कार्य करते है। भारत देश में ऐसे कई आध्यात्मिक महापुरुष हुए है, जिन्होंने सामाजिक कल्याण एवं जनहित के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है जैसे कि :- श्री श्री रविशंकर जी, अमृतानंदमयी जी तथा सद्गुरु इत्यादि।
नर्मदेश्वर शिवलिंग

नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmadeshwar Shivling) – सम्पूर्ण जानकारी

नर्मदेश्वर शिवलिंग या नर्मदा शिवलिंग (लिंगम) एक अनूठा पत्थर है, जो प्राकृतिक रूप से बनता है और नर्मदा नदी के तल में, भारत के मध्यप्रदेश राज्य में, बकावन गाँव में पाया जाता है। नर्मदा लिंगम केवल नर्मदा नदी के पानी के प्रवाह से बनता है, जो नर्मदा नदी के इन पत्थरों को देखने पर लगभग …

नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmadeshwar Shivling) – सम्पूर्ण जानकारी Read More »

गंगासागर

गंगासागर – गंगा और सागर का मिलन | Gangasagar in Hindi

गंगासागर पवित्र नदी गंगा और बंगाल की खाड़ी का संगम है, जो इसे देश के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक बनाता है। अपने धार्मिक महत्त्व के कारण, गंगा दुनिया की सबसे पवित्र नदियों में से एक है। जिस बिंदु पर गंगा समुद्र से मिलती है उसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। गंगा …

गंगासागर – गंगा और सागर का मिलन | Gangasagar in Hindi Read More »

पितृ पक्ष / श्राद्ध पक्ष- सम्पूर्ण जानकारी | Pitru Paksha

पितृ पक्ष | Pitru Paksha पितृ पक्ष हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक विशेष अवधि है। ये सोलह दिन की एक विशेष अवधि है, जिसके दौरान हिंदू धर्म के लोगों द्वारा अपने पूर्वजों (पितरों) के लिए पिण्डदान किया जाता है तथा उनका श्रद्धापूर्वक स्मरण किया जाता है। पितृ पक्ष को अन्य नामों से भी …

पितृ पक्ष / श्राद्ध पक्ष- सम्पूर्ण जानकारी | Pitru Paksha Read More »

दत्तात्रेय जयंती का महत्व व दंतकथा | Dattatreya Jayanti

दत्तात्रेय जयंती, जिसे दत्ता जयंती के रूप में भी जाना जाता है, एक हिंदू त्यौहार है, जो हिंदू देवता दत्तात्रेय (दत्त) के जन्म दिवस समारोह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो ब्रह्मा, विष्णु और शिव की हिंदू पुरुष दिव्य त्रिमूर्ति का एक संयुक्त रूप है। यह पूरे देश में और विशेष रूप से महाराष्ट्र …

दत्तात्रेय जयंती का महत्व व दंतकथा | Dattatreya Jayanti Read More »

खाटू श्याम का इतिहास

खाटू श्याम का इतिहास, कथा : कलयुग के देव : सम्पूर्ण जानकारी

खाटू श्याम मंदिर (Khatu Shyam Mandir) राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। खाटू श्याम बाबा को कलयुग का देवता, हरे का सहारा एवं लखदातार इत्यादि नामो से जाना जाता है।कलयुग में बाबा श्याम श्री कृष्ण के (आशीर्वाद और उनके दिए गए वरदान के कारण उनके) नाम से श्याम से जाने जाते है। क्योकि कलयुग …

खाटू श्याम का इतिहास, कथा : कलयुग के देव : सम्पूर्ण जानकारी Read More »

घर में गाय रखने के फायदे | Cow Benefits in Hindi

हिंदू धर्म में गाय को एक विशेष और प्रमुख जानवर माना जाता है। हिंदू धर्म में गाय को माँ का दर्जा प्राप्त है। हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अंतर्गत गाय के अंदर 33 कोटि देवताओ का निवास बताया गया है। मॉ दुर्गा की एक स्वरूपा माता सिद्धिदात्री का वाहन भी गाय ही है। इसलिए हिंदू धार्मिक …

घर में गाय रखने के फायदे | Cow Benefits in Hindi Read More »

गोवर्धन पर्वत परिक्रमा

गोवर्धन पर्वत परिक्रमा | Govardhan Parvat | Giriraj

गोवर्धन परिक्रमा भगवान श्रीकृष्ण द्वारा उठाए गए गोवर्धन पर्वत के कारण किया जाता है। गोवर्धन परिक्रमा का हिन्दू धर्म में तथा हिंदु ग्रंथ में बड़ा ही महत्त्व बताया गया है। गोवर्धन हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है यह मथुरा से लगभग 25 कि.मी. पश्चिम की ओर डीग हाईवे पर स्थित है। माना जाता है कि …

गोवर्धन पर्वत परिक्रमा | Govardhan Parvat | Giriraj Read More »

शक्तिपीठ की कहानी (Shaktipeeth ki Kahani)

हिन्दू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार जहां जहां माँ सती  के शरीर के अंग गिरे, वहां वहां Shaktipeeth बन गईं। ये अत्यंत पावन तीर्थ माने जाते है। ये तीर्थ पूरे भारत के प्रत्येक कोण प्रत्येक दिशा मे  फैले हुए है। शक्तिपीठ (Shaktipeeth) का शाब्दिक अर्थ  “शक्ति” अर्थात देवी दुर्गा से है जिन्हें दाक्षायनी, माँ पार्वती एवं माँ सती के रूप में  पूजा …

शक्तिपीठ की कहानी (Shaktipeeth ki Kahani) Read More »

देवी माँ के 51 शक्तिपीठ | 51 Shaktipeeth List – Devi Shakti Peethas

पुराणों एवं धार्मिक ग्रंथो के अनुसार माता सती के शव के विभिन्न अंगों से 51 शक्तिपीठों (51 Shaktipeeth List) का निर्माण हुआ। शक्तिपीठ की कथानानुसार राजा दक्ष प्रजापति ने महायज्ञ का आयोजन किया। उस महायज्ञ में राजा दक्ष ने ब्रह्मा,  विष्णु,  इंद्र और अन्य सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित किया लेकिन अपने जमाता भगवान शंकर को निमंत्रण नही भेजे।  भगवान शिव की …

देवी माँ के 51 शक्तिपीठ | 51 Shaktipeeth List – Devi Shakti Peethas Read More »

Dharnidhar Bhagwan Jayanti

धरणीधर जंयती (भगवान जयंती) | Dharnidhar Bhagwan Jayanti

Dharnidhar Bhagwan विष्णु के शेषनाग अवतार का नाम है। शास्त्रो के अनुसार धरणीधर का अर्थ है शेषनाग सर्प जिसने पूरी पृथ्वी को अपने सर पर उठा रखा है। यह जंयती मुख्य रूप से भारत के राजस्थान राज्य मे मनाई जाती है। यह जंयती मुख्य रूप से धाकड़ समाज मनाता है। धाकड़ समाज क्या है? | …

धरणीधर जंयती (भगवान जयंती) | Dharnidhar Bhagwan Jayanti Read More »